दो पार्ट वाली इस डॉक्यूमेंट्री में, एक मां की गोद दी गई बेटी 1989 में लापता हो जाती है, जिसके बाद अपने मज़बूत इरादों के बल पर वह इस पेचीदा मामले को सुलझाती है.
दो पार्ट वाली इस डॉक्यूमेंट्री में, एक मां की गोद दी गई बेटी 1989 में लापता हो जाती है, जिसके बाद अपने मज़बूत इरादों के बल पर वह इस पेचीदा मामले को सुलझाती है.